Munshi Premchand: मोटेराम जी शास्त्री- मुंशी प्रेमचंद का व्यंग्य जो चेहरे पर ला देगी मुस्कान

unshi Premchand Quotes, Stories, Biography, Books in Hindi: इस कथा सम्राट की कलम को किसी बेड़ियों में जकड़ना मुमकिन नहीं था। जिस वक्त हिंदी साहित्य में सिर्फ किस्से-कहानियां और आदर्शवादी रचनाएं लिखी जाती थीं, उस समय प्रेमचंद ने कई प्रगतिशील रचनाएं की। गोदान, कफन, रंगभूमि, निर्मला, सप्त रोज, दुर्गादास, अहंकार समेत कई किताबें लिख कर मुंशी प्रेमंचद ने हिन्दी साहित्य को हमेशा-हमेशा के लिए अमर कर दिया। एक महान कथाकार के जन्मदिन के अवसर पर पेश है उनकी एक मशहूर व्यंग्य कथा -

unshi Premchand Quotes, Stories, Biography, Books in Hindi: इस कथा सम्राट की कलम को किसी बेड़ियों में जकड़ना मुमकिन नहीं था। जिस वक्त हिंदी साहित्य में सिर्फ किस्से-कहानियां और आदर्शवादी रचनाएं लिखी जाती थीं, उस समय प्रेमचंद ने कई प्रगतिशील रचनाएं की। गोदान, कफन, रंगभूमि, निर्मला, सप्त रोज, दुर्गादास, अहंकार समेत कई किताबें लिख कर मुंशी प्रेमंचद ने हिन्दी साहित्य को हमेशा-हमेशा के लिए अमर कर दिया। एक महान कथाकार के जन्मदिन के अवसर पर पेश है उनकी एक मशहूर व्यंग्य कथा - https://ift.tt/2M5nxMT July 30, 2018 at 08:29PM

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